मधुमेह के लक्षण
मधुमेह के कुछ सामान्य लक्षण
मधुमेह के दोनो ही तरह के प्रकारों के लक्षण लगभग एक जैसे ही होतें हैं, जिनके द्वारा इन्हें अलग करना मुश्किल होता है।
ज्यादा भूख और थकान: हमा जो भी खाते हैं हमारा शरीर उसे ग्लूकोज में hiबदल देता है जिसे हमारी कोशिकायें उर्जा के रूप मे उपयोग करती है। लेकिन हमारे शरीर की सेल्स को ग्लूकोज को उन तक पहुंचाने के लिए इन्सुलिन की भी जरूरत होती है। यदि हमारा शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बना पाता या फिर हमारी कोशिकाएं उनका विरोध कर देती हैं, तो ग्लूकोज पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा में नहीं बदल पाता। जिस से हमारे शरीर को ऊर्जा नहीं मिल पाती। इस से मधुमेह के रोगियों को जरूरत से ज्यादा भूख लगनी शुरू हो जाती है।
बार-बार मूत्र आना और अत्यधिक प्यास लगना: एक स्वास्थ्य व्यक्ति 24 घंटे मे 4 से 7 बार यूरिन के लिए जाता है, लेकिन मधुमेह के रोगियों में इसकी संख्या ज्यादा होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, सामान्य तौर पर हमारा शरीर किडनी द्वारा निकाले गए ग्लूकोज को एक बार फिर से अवशोषित कर लेती है। लेकिन जब मधुमेह में रक्त में शर्करा बढ़ जाती है तो शरीर इसे वापिस लाने में सक्षम नहीं रहता। इसलिए आपका शरीर यूरिन के माध्यम से इसे निकालने की कोशिश करता है। इसी की वजह से मधुमेह के रोगियों को यूरिन की समस्या ज्यादा होती है।
मुँह की खुश्की और शरीर में निरन्तर खुजली: क्योकि हमारे शरीर का सारा तरल पदार्थ पेशाब के निर्माण मे प्रयोग हो जाता है, इसलिए बाकी चीज़ों मे नमी की कमी हो जाती है। पानी की कमी के कारण आप निर्जलित (Dehydrated) हो जाते है, और आपका मुँह खुश्क और त्वचा शुष्क हो जाती है। शुष्क त्वचा के कारण खुजली होने लगती है।
नेत्र की ज्योति बिना किसी कारण के कम होना: हमारे शरीर मे तरल पदार्थ के बदलते स्तर की वजह से आँखों के लेंस फूल जाते है। उनका आकार बदल ��
मधुमेह के कुछ सामान्य लक्षण
मधुमेह के दोनो ही तरह के प्रकारों के लक्षण लगभग एक जैसे ही होतें हैं, जिनके द्वारा इन्हें अलग करना मुश्किल होता है।
ज्यादा भूख और थकान: हमा जो भी खाते हैं हमारा शरीर उसे ग्लूकोज में hiबदल देता है जिसे हमारी कोशिकायें उर्जा के रूप मे उपयोग करती है। लेकिन हमारे शरीर की सेल्स को ग्लूकोज को उन तक पहुंचाने के लिए इन्सुलिन की भी जरूरत होती है। यदि हमारा शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बना पाता या फिर हमारी कोशिकाएं उनका विरोध कर देती हैं, तो ग्लूकोज पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा में नहीं बदल पाता। जिस से हमारे शरीर को ऊर्जा नहीं मिल पाती। इस से मधुमेह के रोगियों को जरूरत से ज्यादा भूख लगनी शुरू हो जाती है।
बार-बार मूत्र आना और अत्यधिक प्यास लगना: एक स्वास्थ्य व्यक्ति 24 घंटे मे 4 से 7 बार यूरिन के लिए जाता है, लेकिन मधुमेह के रोगियों में इसकी संख्या ज्यादा होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, सामान्य तौर पर हमारा शरीर किडनी द्वारा निकाले गए ग्लूकोज को एक बार फिर से अवशोषित कर लेती है। लेकिन जब मधुमेह में रक्त में शर्करा बढ़ जाती है तो शरीर इसे वापिस लाने में सक्षम नहीं रहता। इसलिए आपका शरीर यूरिन के माध्यम से इसे निकालने की कोशिश करता है। इसी की वजह से मधुमेह के रोगियों को यूरिन की समस्या ज्यादा होती है।
मुँह की खुश्की और शरीर में निरन्तर खुजली: क्योकि हमारे शरीर का सारा तरल पदार्थ पेशाब के निर्माण मे प्रयोग हो जाता है, इसलिए बाकी चीज़ों मे नमी की कमी हो जाती है। पानी की कमी के कारण आप निर्जलित (Dehydrated) हो जाते है, और आपका मुँह खुश्क और त्वचा शुष्क हो जाती है। शुष्क त्वचा के कारण खुजली होने लगती है।
नेत्र की ज्योति बिना किसी कारण के कम होना: हमारे शरीर मे तरल पदार्थ के बदलते स्तर की वजह से आँखों के लेंस फूल जाते है। उनका आकार बदल ��
No comments:
Post a Comment