Tuesday, 26 August 2014

भिन्डी

भिन्डी --
- भिन्डी में विटामिन ए, बी, सी बहुत ही प्रचुर मात्रा में पाया जाता है .इसमे प्रोटीन और खनिज लवणों का एक अच्छा स्रोत है .
- भिन्डी गैस्टिक , अल्सर के लिए प्रभावी दवा हैं .
- मृदुकारी भिन्डी संवेदनशील बड़ी आंत की सतह की रक्षा करती हैं .जिससे ऐठन रुक जाती हैं .इसके सेवन से आंत में जलन नहीं होती हैं .
- भिन्डी के लस के नियमित सेवन से गले , पेट .मलाशय और मूत्रमार्ग में जलन नहीं होती हैं .
- भिन्डी का काढ़ा पीने से सुजाक, मूत्रकृच्छ, और ल्यूकोरिया में फायदा होता हैं .
- बीजरहित ताजा दो भिन्डी प्रतिदिन खाने से श्वेतप्रदर, नंपुसकता, धातु गिरना रोकने में सहायक हैं .
- इसमें मौजूद विटामिन बी , गर्भ को बढ़ने में मदद करता है और जन्मजात विकृतियों को रोकता है.
- मधुमेह में इसके रेशे ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते है.
- इसका विटामिन सी श्वास रोगों से बचाता है.
- इसके सेवन से त्वचा अच्छी दिखती है. भिन्डी को उबाल कर , मसल कर इसे त्वचा पर थोड़ी देर लगा कर रखे. धोने के बाद आप पायेंगे की त्वचा बहुत मुलायम और ताजगी भरी लग रही है.
- इसका सेवन कालोन कैंसर से बचाता है. इसका विटामिन ए म्यूकस मेम्ब्रेन बनाने में मदद करता है , जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है.
- इसके नियमित सेवन से किडनी की सेहत में सुधार होता है.
- मोटापे को दूर करता है. कई बार शरीर में विटामिन्स की कमी से ज़्यादा खाने का मन करता है. इसलिए भिन्डी में मौजूद विटामिन्स उसकी कमी को दूर कर अनावश्यक भूक को मिटाते है.
- इसका विटामिन के हड्डियों को मज़बूत बनाता है. यह रक्त की कमी को भी दूर करता है.
- कोलेस्ट्रोल को कम करती है.
- इसके विटामिन्स आँखों , बाल और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते है.
- यह गर्मी से बचाती है.

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