Sunday 27 December 2015

पीरियड्स में भूल कर भी ना करें ये काम नहीं तो बढ़ जाएगी परेशानी

हाल के अध्ययन में एक बात सामने आई है कि वे महिलाएं जो मासिक धर्म से गुज़र रही होती हैं, उन्‍हें पार्टनर से शारीरिक संबन्‍ध बनाने की इच्‍छा काफी तेजी से होती है क्‍योंकि उनके अंदर बहुत ही तेजी से हार्मोन परिवर्तित हो रहे होते हैं। इसी तरह से महिलाओं में मूड में बदलाव, पेट के निचले हिस्‍से में दर्द और अन्‍य परेशानियां होती हैं।

कहते हैं कि 90 प्रतिशत महिलाओं को उन दिनों में धैर्यपूर्वक कदम बढ़ाना चाहिये और अपने मूड को ठीक रखना चाहिये। अगर पीरियड्स क्रैंप हैं तो उससे डील करने के लिये घरेलू उपचारों का प्रयोग करना चाहिये।

आज हम आपको ऐसी जरुरी बातें बताएंगे जो पीरियड्स के दिनों में नहीं करनी चाहिये। अगर आप इसे अपनाएंगी तो हमारा यकीन मानिये कि आपको पीरियड्स के दिनों में दर्द और निराशा नहीं झेलनी पड़ेगी। अब आइये जानते हैं कौन सी हैं वे बातें...
 
जिम जाना ना छोड़ें 
वर्कआउट करना बहुत जरुरी है। व्‍यायाम करने से क्रैंप और शरीर का दर्द दूर होता है। अगर आप अपना वर्कआउट छोड़ देंगी तो शरीर में आलस भी जाएगा और क्रैंप बढ़ जाएगा।

डेयरी प्रोडक्‍ट से दूर रहें 
कहते हैं पेट के निचले हिस्‍से के दर्द को दूर करने के लिये कैल्‍शियम बहुत जरुरी है। पर हर डेयरी प्रोडक्‍ट स्‍वास्‍थ्‍यमंद नहीं होते क्‍योंकि ये क्रैंप पैदा करते हैं। इन दिनों आपको बादाम दूध पीना चाहिये क्‍योंकि इसमें ढेर सारा कैल्‍शियम होता है।

भोजन ना छोड़ें 
पीरियड्स में भोजन ना छोड़ें। इससे पेट में एसिडिटी बन सकती है और क्रैंप होने के साथ साथ पेट में गैस और दर्द हो सकता है।

असुरक्षित संभोग 
एक्‍सपर्ट के हिसाब से पीरियड्स के दौरान असुरक्षित संभाग करने से बचें। क्‍योंकि यह अस्वस्थ, गंदी और आपको प्रेगनेंट भी कर सकता है।
 
बहुत ज्‍यादा ना खाएं 
पीरियड्स के दिनों में महिलाएं अक्‍सर बहुत ज्‍यादा खाने लगती हैं। इससे वेट बढ़ता है और आलस आता है।

वैक्‍सिंग ना करवाएं 
पीरियड्स के दिनों में इस्‍ट्रोजन का लेवल धीमा पड़ जाता है, इसलिये बहुत दर्द होता है।

दवाइयां ना खाएं
दर्द को कम करने के लिये बेकार की दवाइयां ना खाएं क्‍योंकि यह हार्मोन पर बुरा असर डालेगा और शरीर पर भी। अच्‍छा होगा कि आप कोई घरेलू उपचार अपनाएं।
 
नमक वाला आहार ना खाएं 
बहुत ज्‍यादा नमकीन वाला खाना खाने से पेट में गैस बनने लगती है और असहजता महसूस होने लगती है।


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