अधिकतर महिलाओं में पीरियड्स के समय अत्यधिक ब्लीडिंग की समस्या हो
जाती है, जिसके चलने उनके शरीर में खून की कमी हो जाती है। इस समस्या से
निजात पाने के लिये अगर आप हार्मोनल दवाइयां लेती हैं, तो उसे बंद कर के
असरदार घरेलू उपचारों का सहारा लेना चाहिये।
अगर आप ने इस समस्या को इगनोर करना शुरु कर दिया तो, आप थकान,
एनीमिया, मूड स्विंग और यहां तक कि सर्वाइकल कैंसर की भी शिकार हो सकती
हैं।
अत्यधिक ब्लीडिंग होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे, हार्मोनल असंतुलन,
फाइब्रॉएड, पेल्विक में सूजन, थायराइड आदि। लेकिन अगर आपको कोई बीमारी
नहीं है और फिर भी ज्यादा ब्लीडिंग होती है, तो उसका कारण दवाइयों का
सेवन भी हो सकता है।
यदि आपको इन घरेलू उपचार के उपयोग से भी लाभ नहीं मिल रहा है और
रक्तस्राव 7 दिनों से अधिक होता ही चला जा रहा है तो, आपको तुरंत ही
स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाना चाहिये।
साबुत धनिया
आधे गिलास पानी में थोड़ी सी साबुत धनिया उबालिये। जब पानी हल्का ठंडा हो
जाए, तब इसे वैसे ही पी जाएं। इससे आप आपको काफी फायदा होगा।
इमली
इसमे फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स हेाते हैं, जो खून को जमा देते हैं और
ज्यादा ब्लीडिंग होने से रोकते हैं। अगर आपको लगे कि बहुत ज्यादा
ब्लीडिंग हो रही है, तो एक इमली का टुकड़ा जरुर खा लें।
सिट्रस फल
विटामिन सी, ज्यादा ब्लीडिंग होने से रोकता है। मासिक धर्म के समय आप संतरे का जूस दिन में दो बार पी सकती हैं।
ब्रॉक्ली
हरी सब्जियों में विटामिन के होता है, जो ब्लड को जमने में मदद करते हैं।
इसलिये जब ज्यादा ब्लीडिंग हो तो, अपने आहार में ढेर सारी हरी पत्तेदार
सब्जियां शामिल करें।
मूली
मूली बडी ही आसानी से खून को जमाती है। मूली पकाते वक्त , इसमें मूली के
पत्ते भी जरूर डालें। इस सब्जी को पीरियड्स के समय जरुर खाएं जिससे ब्लड
फ्लो कंट्रोल में रहे।
पपीता
वैसे तो पपीता पीरियड्स होने में मदद करता है। लेकिन कच्चे पपीते के सेवन
से पीरियड्स के दिनों में ज्यादा ब्लड फ्लो नहीं होता। इन दिनों में आप
कच्चे पपीते के दो पीस खा सकती हैं।
आमला
आमला या आमले का जूस, भारी ब्लीडिंग को रोकता है। इस जूस को दिन में दो
बार पियें और इस समस्या से हमेशा के लिये छुट्टी पाएं। जूस पीने के बाद
थोड़ा सा नमक जरुर चख लें, जिससे आपका गला खराब ना हो।
सौंफ
आधे गिलास गरम पानी में मुठ्ठी भर सौंफ भिगोइये। फिर इस पानी को सौंफ सहित ही खाली पेट पी जाइये।
राई
40 ग्राम राई को पीस कर पावडर बना लें। 2 ग्राम राई पावडर ले कर उसे दूध के साथ दिन में दो बार खा लें।
दालचीनी
दालचीनी के टुकड़े को खौलते पानी में डाल कर पियें। या फिर दालचीनी का टिंचर भी दिन में दो बार, 3 ड्रॉप ले सकती हैं।
करेला
इस सब्जी को खाने से भी काफी लाभ मिरला है। यह सब्जी हैवी ब्लीडिंग को कंट्रोल कर सकती है।
एलोवेरा
एलोवेरा जूस दिन में दो बार पियें। इससे भी समस्या दूर होगी।
अदरक
आप अदरक को पानी में उबाल कर काढ़ा बना कर पी सकती हैं। इसके टेस्ट को
बदलने के लिये इसमें शक्कर या शहद मिला लें। इसे दिन में तीन बार खाना
खाने के बाद पियें।
कैसी हो डाइट
आपकी डाइट में ज्यादातर विटामिन और मिनरल्स जैसे, मैग्नीशियम, आयरन और
कैल्शियम होने चाहिये। डाइट में ढेर सारे ताते फल और हरी सब्जियां शामिल
करें।
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