Tuesday 24 October 2017

Acupressure Tips-1

*एक्युप्रेशर विधि के फायदे / Acupressure Points in Hindi*

 *हाथों के पाइंटस, जोड़ों को दबाना / Hand Pressure Points*

शरीर में दर्द, तनाव महसूस करने पर हाथों उगलियों के जोड़ों, उगलियों के हथेली पाईटों जोड़ों, हथेली के मध्य-बीच में 5-6 मिनट तीनो वक्त रोज दबाकर समस्याओं से आसानी से आराम पाया जा सकता है। यह एक्युप्रेशन प्रद्धति दर्द निवारण, दिमाग तनाव मुक्त रखने में कारगर है। जो लोग नित्य एक्युप्रेशर विधि करते हैं, वे समस्य विकारों से मुक्त रहते हैं।

*हाथ रगड़ना मलना / Hand Pressure Points*

दिन में 8-10 बार दोनों हाथों की हथेली को रगड़कर चेहरे पर मलें। इससे चेहरे त्वचा पर गर्माहट महसूस होगी। ऐसा करने से रक्त संचार सुचारू रहता है और साथ में उगलियों, हथेली, चेहरे त्वचा सम्बन्धित विकार हमेशा दूर रहते हैं। जिन लोगों को सर्दी, बदलते मौसम में, उगलियों में दर्द, सूजन की शिकायत रहती है। उनके लिए हाथों को रगड़कर चेहरे, गालो, हाथों को मलना फायदेमंद है।

*सरदर्द दूर एक्युप्रेशर / Pressure Points in Hand for Headache*

जिन लोगों को सरदर्द की समस्या रहती है। उनके लिए एक्युप्रेशर विधि तुरन्त फायदेमंद है। दोनों हाथों के अंगूठों से कानों को बन्दकर उगंलिया से माथा और सिर दबायें। यह सददर्द निवारण के आरामदायक एक्युप्रेशर विधि है।

*आंखों की भौं को दबायें / Eyebrow Pressure Points*

रोज सुबह उठकर आंखों की भौं - आईब्रो, आंखों के ठीक नीचें दानों हाथों से दबायें। और हाथ मले। यह एक तरह से तनाव, शरीर दर्द, साइनस निवारण का तरीका है। आंखों की भौंऐ दबाने से मस्तिष्क  तनाव मुक्त स्वस्थ रखने में सहायक है।

*नांक के निचला हिस्सा दबाना / Nose Pressure Points*

तनाव, शरीर में दर्द जकड़न समस्या महसूसस होने पर रोज आंखें बन्दकर दोनों हाथों से हल्के से दोनों आंखे 40-50 सेकेंड के लिए दबायें। यह एक तरह से आंखों के दोष, तनाव मुक्त, मस्तिष्क विकार स्ट्रोक, साइनस विकार / Sinus Infection  दूर करने का अच्छा तरीका है। हर तरह की Nasal Congestion समस्याओं को दुरूस्त करने में खास सहायक है।

*ठोडी़ दबायें / Chin points*

ठोडी, होठों के ठीक नीचे हाथ से पकड़कर रोज 10-15 सेकेंड़ तक दबायें और गर्दन हल्का ऊपर नीचे करें। ठोडी दबाने और गला साथ में गला सिर ऊपर नीचे करने से कंठ, सांस विकार दूर रखने में सहायक है।

*कंधें, बाहें दबाये / Shoulder, Arm Points*

कंधों, बाहों को हल्का हल्का दबायें। कंधे, बाहों शरीर में रक्त संचार सुचार करने मुख्य हिस्सा है। कंधे, वाहों को दबाने से शरीर दर्द, मस्तिक तनाव दूर करने का अच्छा तरीका है। इससे शरीर को तुरन्त आराम और एक तरह का सुगम अहसास होता है।

 *दोनों हाथों से कानों के नीचे गर्दन दबाना / Ears, Neck Points*

दोनों हाथों की उगंलियां आपस में फंसाकर सिर के पीछे, ठीक कानों के नीचे गर्दन दबाने से कमर दर्द और कान विकार ये आराम मिलता है।

*पैरो नसों के खिचाव तनाव प्रेशर विधि दूर करे / Nerves, Strain*

चटाई, मैट में बैठकर पैर फैलाकर बैठे। फिर हाथों से घुटने को इस तरह से पकड़े कि जिससे अंगूठा ऊपर घुटना पर और चारों उंगलियां घुटने के पीछे पसलियों नसों को दबायें। पसलियों, घुटनों दर्द, सिंचाव से निजात पाने का अच्छा तरीका है।

*बाॅडी मसाज / Body Massage*

शरीर को दर्द मुक्त और मस्तिष्क तनाव मुक्त रखने में बाॅडी मसाज खास सहायक है। परे शरीर पर बाॅडी मसाज एक्सपर्ट जानकार से करवायें।

*नंगे पांव कंकड़ पत्थरों पर चलना / Walking Barefoot*

नंगे पांव कंकड़ पत्थरों पर चलना एक तरह से पांव के तलों के पाईटस बिन्दुओं पर प्रेशर पड़ता है। पांव के तले पाईटस का शरीर से महत्वपूर्ण जुड़ाव है। नंगे पाव चलने से रक्त संचार तीब्र हो जाता है। जिससे कई तरह के रोगों जैसे सरदर्द, नसों में ब्लोकेज, हार्ट समस्याऐ, तनाव इत्यादि से छुटकारा दिलाने में खास सहायक है।

*एक्युप्रेशर पैड, चप्पल / Acupressure Slippers*

बाजार में एक्युप्रेशर पैड, चप्पले उपलब्ध हैं। एक्युप्रेशर पैड जूतों के अन्दर पहनकर, और एक्युप्रेशर काटें वाली चप्पले पहनकर चलने से पांव की नीचे बने खास पाईटस आसानी से सक्रीय हो जाते हैं।

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