Monday 23 October 2017

Roti me cheemical

खानेपीने की चीजें अखबारी कागज में लपेटकर रखना हेल्‍दी आदत नहीं है
 

सुबह स्‍कूल का लंच हो या ऑफिस का लंच खाना पैक करते समय अखबार ही नजर आता है। रोटी हो या पराठे अखबार में सब फिट बैठता है पर जब खाना खाने का समय होता है तो अखबार पराठे में छप कर आता है।
क्‍या आप को पता है ये आप के स्‍वास्‍थ के लिए कितना हानिकारक है। अखबार छापने के दौरान प्रयोग की जाने वाली इंक में कई ऐसे खतरनाक कैमिकल होते हैं जो आप को अंदर से धीरेधीरे खत्‍म करते हैं।
न्‍यूजपेपर में खाना पैक करने से होती है गंभीर बीमारियां
फूड सेफ्टी एंड स्‍टेंडर्डस ऑथारिटी ऑफ इंडिया यानी एफएसएसएआई ने अखबार में खाना पैक करने को लेकर साफ मना किया है। एक रिपोर्ट की माने तो न्‍यूजपेपर में प्रयोग होने वाली इंक से इंसान को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। एफएसएसएआई कहा कि अखबार के कागज में मौजूद रासायनिक प्रदूषक और माइक्रो ऑर्गेनिज्म इंसानी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक होते हैं।
एफएसएसएआई ने जनता के लिए जारी की एडवाइजरी
एफएसएसएआई ने हाल ही में एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें बताया गया है कि पुनरुपयोग में लाये जाने वाले पेपर और कार्डबॉक्स भी कम खतरनाक नहीं होते क्योंकि इनमें फथालेट जैसे जहरीले केमिकल होते हैं जो पाचन-तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही शरीर में विषैले प्रभाव छोड़ते हैं। इन विषैले प्रभाव के कारण बच्चे और बूढ़ों को कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं। ये एडवाइजरी स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के निर्देश के बाद जारी की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जनता को जागरूक करने के आदेश
स्वास्थ्य मंत्री ने फूड रेगुलेटरी अथॉरिटी को खाद्य सामग्रियों के अखबार में लपेटकर रखने के खिलाफ निर्देश जारी करने की सलाह दी थी। ऐसा देखा जा रहा है कि वेंडर्स खाने के सामानों को न्यूजपेपर में लपेट कर देते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अति नुकसानदेह है। मैं जनता से आग्रह करता हूं कि वो वेंडर्स को ऐसा करने से रोकें। फूड सेफ्टी अथॉरिटी देश के हर हिस्से में लोगों को इसके बारे में आगाह करने के लिए कैम्पेन चलाएगी और लोगों को जागरूक करेगी।

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