सौन्दर्य सेहतनामा
साउथ इंडियन ब्यूटी टिप्स
दक्षिण भारतीय महिलाएं अपने लंबे बाल, बड़ी-बड़ी आंखें व खूबसूरत त्वचा के लिए जानी जाती हैं तथा इनके सौंदर्य का रहस्य यहां की प्रकृति में छुपा है। प्रकृति से नवाज़े गए इस दक्षिण भारत में कई ऐसी खूबियां हैं जिनका इस्तेमाल यहां की महिलाएं अपने सौंदर्य को निखारने के लिए करती हैं।
1. नारियल: दक्षिण भारत में नारियल के पेड़ भारी मात्रा में पाए जाते हैं। जिसके कारण यहां के लाग अपने सारे व्यंजन नारियल के तेल में पकाते हैं। नारियल में फाइबर, विटामिन, पोषक तत्व एवं खनिज उच्च मात्रा में होते हैं। अतः नारियल को दक्षिण भारत के अधिकतक लोगों ने अपने दैनिक आहार के रुप में शामिल किया है। नारियल पानी का सेवन चेहरे की चमक को बढ़ाता है। यहां कोकनट राइज़ एवं दक्षिण भारतीय व्यंजनों के साथ नारियल की चटनी विशेष रूप से परोसी जाती है।
2. योग: योग केवल कसरत करने का ही नहीं बल्कि अपने मन को शांत करने का भी एक अच्छा तरीका है। योगा आपके मन को सुकून पहुंचाता है तथा आपकी इंद्रियों को शिथिल करता है जिसका परिणाम आपके चेहरे की चमक के माध्य से नजर आता है। योग आपको झुर्रियों, मुंहासों, अपच एवं अन्य कई समस्याओं से निजात दिलाता है। योगा, दक्षिण भारतीय महिलाओं की सेहत व खूबसूरती के पीछे छुपा एक प्रमुख कारण है।
3. आयुर्वेद: प्रकृति ने दक्षिण भारत को बखूबी नवाज़ा है। जिसके कारण यहां पाए जाने वाले अधिकतम सौंदर्य उत्पाद पूरी तरह आयुर्वेदिक होते हैं। प्राकृतिक चीजों से बने इन उत्पादों के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं तथा ये आपकी त्वचा को भीतर से पोषित करते हैं।
4. मालिश: भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत की मसाज थेरपी पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गई है। दक्षिण भारत की सैर करने आए सैलानी इसका लुफ़्त उठाना नहीं भूलते। यहां की जाने वाले मालिश सैलानियों की पूरी थकन को मिटा देती है। अगर आप चाहे तो घर बैठे एक छोटी सी मसाज थेरपी को आजमा सकते हैं।
रात को सोने से पहले नारियल तेल से अपने शरीर की मालिश करें। इससे आपके रक्त परिसंचरण में सुधार होगा तथा आपकी त्वचा कोमल हो जाएगी। कई मसाज थेरपियों का उपयोग शारीरिक पीडाओं को ठीक करने के लिए किया जाता है।
5.आंखें: दक्षिण भारतीय महिलाओं की आंखें बड़ी एवं मोटी होती हैं जिन्हें वे काजल लगाकर और भी आकर्षक बनाती है। कहते हैं कि ऐसी हसीन आंखों को पाने के लिए वे अपने पैरों की मालिश तिल के तेल से करती हैं।
6 .अरोमाथेरेपी फेशियल: अरोमाथेरेपी फेशियल दक्षिण भारतीय महिलाओं के दिनचर्या का एक हिस्सा है। अरोमाथेरेपी में इस्तेमाल होने वाले सुगंधित तेल त्वचा की गहराई में जाकर समाते हैं एवं इस तरह आपकी रुखी त्वचा को कोमल बनाते हैं। अरोमाथेरेपी से आपके रक्त परिसंचरण में सुधार होता है, त्वचा मुलायम हो जाती है, झुर्रियों कम नज़र आती हैं व आपकी त्वचा की उम्र बढ़ाती हैं। ये तेल त्वचा की क्लेंजिंग के साथ-साथ आपके मन को भी सुकून प्रदान करते हैं।
7. अनुशासित जीवन शैली: एक अनुशासित जीवन शैली अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सुबह जल्दी उठना, समय पर भोजन करना व अच्छी आदतों का अनुसरण करना खूबसूरत त्वचा के पीछे छुपे कुछ मुख्य कारण है। ये मनुष्य को बाहर से ही नहीं बल्कि भीतर से भी सुंदर बनाते हैं।
8. बालों की देखभाल: आमतौर पर दक्षिण भारतीय महिलाओं के बाल काले, लंबे और घने होते हैं। अगर आप भी ऐसे बाल पाना चाहते हैं तो आपको दैनिक आधार पर कुछ नियमों का पालन करना होगा। 1 रक्त परिसंचरण को बढाने के लिए नारियल तेल से नियमित रुप से सर की मालिश करें। 2 सप्ताह में केवल दो बार अपने बालों को शैम्पू करें। 3 रसायन युक्त शैम्पू के बजाय ब्राह्मी व अमलावाले हर्बल शैम्पू का उपयोग करें।
9. बालों के लिए कुछ घरेलू उपचार: अपने बेजान बालों में जान फूंकने के लिए आपको केवल रसोई में मौजूद कुछ चीजों को इस्तेमाल करने की जरुरत है। इसका परिणाम कुछ ही हफ्तों में नज़र आएगा। कुछ सरल घरेलू उपचार: 1 घने व चमकीले बाल पाने के लिए अपने बालों पर दही लगाएं। इसे 30 मिनट तक रहने दें और फिर बाद में अपने बालों को गुनगुने पानी से धो लें। 2 रुसी से छुटकारा पाने के लिए नींबू के रस से अपने सर की मालिश करें। फिर अपने बालों को शैम्पू करें।
10. अधिक पानी पीना: अपने शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। अधिक पानी पीने से आपकी त्वचा हाइड्रेटेड रहती है जो चेहरे की चमक से झलकती है। यह खुद को स्वस्थ रखने का एक अच्छा तरीका है। पानी का सेवन अपके बालों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा।
साउथ इंडियन ब्यूटी टिप्स
दक्षिण भारतीय महिलाएं अपने लंबे बाल, बड़ी-बड़ी आंखें व खूबसूरत त्वचा के लिए जानी जाती हैं तथा इनके सौंदर्य का रहस्य यहां की प्रकृति में छुपा है। प्रकृति से नवाज़े गए इस दक्षिण भारत में कई ऐसी खूबियां हैं जिनका इस्तेमाल यहां की महिलाएं अपने सौंदर्य को निखारने के लिए करती हैं।
1. नारियल: दक्षिण भारत में नारियल के पेड़ भारी मात्रा में पाए जाते हैं। जिसके कारण यहां के लाग अपने सारे व्यंजन नारियल के तेल में पकाते हैं। नारियल में फाइबर, विटामिन, पोषक तत्व एवं खनिज उच्च मात्रा में होते हैं। अतः नारियल को दक्षिण भारत के अधिकतक लोगों ने अपने दैनिक आहार के रुप में शामिल किया है। नारियल पानी का सेवन चेहरे की चमक को बढ़ाता है। यहां कोकनट राइज़ एवं दक्षिण भारतीय व्यंजनों के साथ नारियल की चटनी विशेष रूप से परोसी जाती है।
2. योग: योग केवल कसरत करने का ही नहीं बल्कि अपने मन को शांत करने का भी एक अच्छा तरीका है। योगा आपके मन को सुकून पहुंचाता है तथा आपकी इंद्रियों को शिथिल करता है जिसका परिणाम आपके चेहरे की चमक के माध्य से नजर आता है। योग आपको झुर्रियों, मुंहासों, अपच एवं अन्य कई समस्याओं से निजात दिलाता है। योगा, दक्षिण भारतीय महिलाओं की सेहत व खूबसूरती के पीछे छुपा एक प्रमुख कारण है।
3. आयुर्वेद: प्रकृति ने दक्षिण भारत को बखूबी नवाज़ा है। जिसके कारण यहां पाए जाने वाले अधिकतम सौंदर्य उत्पाद पूरी तरह आयुर्वेदिक होते हैं। प्राकृतिक चीजों से बने इन उत्पादों के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं तथा ये आपकी त्वचा को भीतर से पोषित करते हैं।
4. मालिश: भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत की मसाज थेरपी पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गई है। दक्षिण भारत की सैर करने आए सैलानी इसका लुफ़्त उठाना नहीं भूलते। यहां की जाने वाले मालिश सैलानियों की पूरी थकन को मिटा देती है। अगर आप चाहे तो घर बैठे एक छोटी सी मसाज थेरपी को आजमा सकते हैं।
रात को सोने से पहले नारियल तेल से अपने शरीर की मालिश करें। इससे आपके रक्त परिसंचरण में सुधार होगा तथा आपकी त्वचा कोमल हो जाएगी। कई मसाज थेरपियों का उपयोग शारीरिक पीडाओं को ठीक करने के लिए किया जाता है।
5.आंखें: दक्षिण भारतीय महिलाओं की आंखें बड़ी एवं मोटी होती हैं जिन्हें वे काजल लगाकर और भी आकर्षक बनाती है। कहते हैं कि ऐसी हसीन आंखों को पाने के लिए वे अपने पैरों की मालिश तिल के तेल से करती हैं।
6 .अरोमाथेरेपी फेशियल: अरोमाथेरेपी फेशियल दक्षिण भारतीय महिलाओं के दिनचर्या का एक हिस्सा है। अरोमाथेरेपी में इस्तेमाल होने वाले सुगंधित तेल त्वचा की गहराई में जाकर समाते हैं एवं इस तरह आपकी रुखी त्वचा को कोमल बनाते हैं। अरोमाथेरेपी से आपके रक्त परिसंचरण में सुधार होता है, त्वचा मुलायम हो जाती है, झुर्रियों कम नज़र आती हैं व आपकी त्वचा की उम्र बढ़ाती हैं। ये तेल त्वचा की क्लेंजिंग के साथ-साथ आपके मन को भी सुकून प्रदान करते हैं।
7. अनुशासित जीवन शैली: एक अनुशासित जीवन शैली अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सुबह जल्दी उठना, समय पर भोजन करना व अच्छी आदतों का अनुसरण करना खूबसूरत त्वचा के पीछे छुपे कुछ मुख्य कारण है। ये मनुष्य को बाहर से ही नहीं बल्कि भीतर से भी सुंदर बनाते हैं।
8. बालों की देखभाल: आमतौर पर दक्षिण भारतीय महिलाओं के बाल काले, लंबे और घने होते हैं। अगर आप भी ऐसे बाल पाना चाहते हैं तो आपको दैनिक आधार पर कुछ नियमों का पालन करना होगा। 1 रक्त परिसंचरण को बढाने के लिए नारियल तेल से नियमित रुप से सर की मालिश करें। 2 सप्ताह में केवल दो बार अपने बालों को शैम्पू करें। 3 रसायन युक्त शैम्पू के बजाय ब्राह्मी व अमलावाले हर्बल शैम्पू का उपयोग करें।
9. बालों के लिए कुछ घरेलू उपचार: अपने बेजान बालों में जान फूंकने के लिए आपको केवल रसोई में मौजूद कुछ चीजों को इस्तेमाल करने की जरुरत है। इसका परिणाम कुछ ही हफ्तों में नज़र आएगा। कुछ सरल घरेलू उपचार: 1 घने व चमकीले बाल पाने के लिए अपने बालों पर दही लगाएं। इसे 30 मिनट तक रहने दें और फिर बाद में अपने बालों को गुनगुने पानी से धो लें। 2 रुसी से छुटकारा पाने के लिए नींबू के रस से अपने सर की मालिश करें। फिर अपने बालों को शैम्पू करें।
10. अधिक पानी पीना: अपने शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। अधिक पानी पीने से आपकी त्वचा हाइड्रेटेड रहती है जो चेहरे की चमक से झलकती है। यह खुद को स्वस्थ रखने का एक अच्छा तरीका है। पानी का सेवन अपके बालों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा।
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