Tuesday, 24 October 2017

Sugar type 1 and type 2

*Manav SARIR हेल्थ केअर*
*टाइप 1 मधुमेह & टाइप 2 मधुमेह आयुर्वेदिक एक्युप्रेशर से पुरा ठीक होता है*

मधुमेह मेटाबोलिज्म (शरीर की चयापचयी क्रिया) में विकार से होता है। जो भोजन हम लेते हैं वह ग्लूकोस (एक तरह की शक्कर) में परिवर्तित होता है जो कि ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। ग्लूकोस के साथ इन्सुलिन की प्रक्रिया से ग्लूकोस शरीर की कोशिकाओं में जाकर ऊर्जा प्रदान करने में समर्थ होता है। इन्सुलिन एक हार्मोन है जो पैंक्रियास, पेट के पीछे स्थित एक बड़ी ग्रंथि, द्वारा उत्पन्न होता है।

मधुमेह प्रभावित व्यक्तियों में, या तो पैंक्रियास इन्सुलिन कम अथवा नहीं बनाता है, या कोशिकाएं उत्पन्न इन्सुलिन का उचित लाभ नहीं ले पाती हैं। इसके कारण रक्त में ग्लूकोस का स्तर बढ़ जाता है और उच्च रक्त शर्करा अथवा मधुमेह की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

टाइप 1 मधुमेह तब होता है जब पैंक्रियास की इन्सुलिन उत्पन्न करने वाली कोशिकाएं (बीटा सेल्स) क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और इस कारण इन्सुलिन उत्पादन कम या समाप्त हो जाता है, और ऊर्जा के लिए प्रयोग हेतु ग्लूकोस शरीर की कोशिकाओं तक नहीं पहुँच पाता।
टाइप 2 मधुमेह तब होता है जब पैंक्रियास पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन स्रावित नहीं करता या स्रावित इन्सुलिन उचित रूप से कार्य नहीं करती।
यह बच्चों और किशोरों में आम है।
 नियंत्रित वजन, उचित व्यायाम, और आहार इसे नियंत्रित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं ताकि आप सामान्य जीवन जी सकें।

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